जयपुर, नाद की आवाज़।
नीरजा मोदी स्कूल की छात्रा अमायरा की दर्दनाक मौत एवं प्रदेशभर में शिक्षा विभाग की अव्यवस्था को लेकर संयुक्त अभिभावक संघ ने कड़ा रोष जताया है। संघ ने कहा कि राज्य के शिक्षा विभाग और विशेषकर शिक्षा मंत्री की लापरवाही ने अभिभावकों में भय और अविश्वास का माहौल पैदा कर दिया है।
शिक्षा मंत्री की चुप्पी पर संघ का तीखा प्रहार
संयुक्त अभिभावक संघ ने कहा कि प्रदेशभर में अभिभावक और सामाजिक संगठन न्याय की मांग उठा रहे हैं, लेकिन शिक्षा मंत्री का मौन रहना अत्यंत संवेदनहीन और अस्वीकार्य है। संघ के अनुसार यह चुप्पी विभाग की बच्चों की सुरक्षा के प्रति गैर-गंभीरता को उजागर करती है। संघ का आरोप है कि घटना को 39 दिन बीत चुके हैं, परंतु मंत्री न तो नीरजा मोदी स्कूल के घटना स्थल पर पहुंचे और न ही पीड़ित परिवार से किए गए वादों को निभाया।
वादे अधूरे, जांच रिपोर्ट गायब
अभिभावक संघ ने आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री ने अमायरा के माता-पिता से सीबीएसई की तर्ज पर नोटिस जारी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक न कोई नोटिस जारी हुआ और न ही जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की गई। संघ ने यह भी कहा कि प्रदेश के किसी भी निजी स्कूल में सुरक्षा मानकों को लेकर कोई सख्त कार्रवाई घोषित नहीं की गई, जिससे अभिभावकों की चिंता और बढ़ गई है।
“Justice for Amaira” और “शिक्षा मंत्री लापता” अभियान को समर्थन
संयुक्त अभिभावक संघ ने परिवर्तन संस्था द्वारा चलाए जा रहे “Justice for Amaira” तथा शहरभर में लगाए गए “शिक्षा मंत्री लापता” पोस्टर अभियान का पूर्ण समर्थन किया है। संघ ने कहा कि समाज की यह सामूहिक आवाज ही भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने का वास्तविक माध्यम बन सकती है। संघ के अनुसार परिवर्तन संस्था का यह कदम शिक्षा मंत्री की निष्क्रियता और संवेदनहीनता को जनता के सामने लाता है और हर अभिभावक को इसका समर्थन करना चाहिए।


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